संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना में विश्व में यदि किसी देश का सबसे बड़ा योगदान है तो वो है भारत। इसका लोहा पूरी दुनिया मानती है। भारत की तरफ से भेजी गई इस शांति रक्षक सेना में चाहे में पुरुष हों या महिलाएं सभी की भूमिका काफी अहम होती है। महिलाओं के लिये इसका हिस्सा बनना कोई सामान्य बात भी नहीं है। संयुक्त राष्ट्र की अगुआई में ये शांति सेना दुनिया के सबसे मुश्किल जगहों पर और मुश्किल हालातों में आम लोगों की मदद करने में सबसे आगे होती है। यही बात मालाकाल में तैनात शान्तिरक्षकों पर भी पूरी तरह से खरी उतरती हुई दिखाई देती है। यहां पर तैनात 800 से अधिक सैनिकों को उनकी सेवाओं के लिए पदक से सम्मानित किया गया है। इनमें भारत के वीर जवान भी शामिल हैं।
इनमें से एक हैं भारतीय सेना की मेजर चेतना। सूडान में तैनात भारतीय सेना की इंजीनियरिंग विंग में वे एकमात्र महिला अधिकारी हैं। उनकी इस टुकड़ी में 21 शांति रक्षक हैं। उनकी टीम इस बात को सुनिश्चित करती है कि यहां पर तैनात सभी जवानों के पास बिजली की निबार्ध आपूर्ति हो सके। इसके अलावा जवानों की जरूरत का दूसरा सामान भी उनतक पहुंच सके।