सतपुर्वानी न्यूज़ भोपाल| (200 types of investigation)रोज़ नाइ नाइ बिमारिओ का चलते इन दो बिमारिओ से शहर को ज़्यादा नुकसान हो रहा है वायरस और बैक्टीरिया की जांच अब ब्लड के एक सैंपल से होगी। इसके टेस्ट मे टाइम काम लगता है और परिणाम जल्दी मिलते है इसमे खर्चा भी कम से कम होता है |
कुछ समय से इस न्यू तकनीक का उप्योगी अमेरिका मे भी किया जा रहा है |
आने वाले कुछ समय मे इस तकनीक का इस्तमाल भोपाल शहर के हर अस्पातलो मे बीमरिओ का इलाज किया जाएगा |
यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर इन्फेक्शन एंड इम्यूनिटी के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ.थामस ब्रीज ने जानकारी दी। वे एम्स के बायोकेमिस्ट्री डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित कार्यशाला को संबोधित करने आए थे|
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हॉस्पिटल मे डॉ.थामस ब्रीज ने बताया कि उन्होंने ब्लड एक ही सैंपल से अलग-अलग वायरस की जांच करने वाली ‘वीर कैप सिक वर्ट’ और बैक्टीरिया की जांच के लिए ‘बैक कैप सिक वर्ट’ नामक दो अलग-अलग आधुनिक तकनीकी इजाद की है।
इसके चलते दुनिया मे अलग अलग 200 से अधिक वायरसों की पहचान कर चुके हैं |
यह वायरसों कई तरह की बिमारिओं को फैला रहा है| डॉ.थामस ने बताया कि इसके लिए बार-बार सैंपल लेने की जरूरत नहीं पड़ती,बल्कि वे एक बार लिए सैंपल से कई तरह के वायरस की जांच करते है|
इसका उपोयगा पूरी दुनिया मे किया जा है | डॉ. थामस ने डीएनए और आरएनए की आधुनिक तकनीक से जांच के जरिए बीमारियों के लिए जिम्मेदार वायरस और बैक्टीरिया की पहचा न करने के तरीके बताएं है।
बायोकेमिस्ट्री डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष डॉ. सुधीर कुमार गोयल ने बताया कि डॉ. थामस ब्रीस ने कई तरह की जांच के आधुनिक तरीके बताएं है| वह आना वाले समय मे वायरस और बैक्टीरिया की जांच के लिए बहुत फैयदा मन्द साबित होगी |
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